'गुरु पूर्णिमा' एक प्रसिद्द भारतीय पर्व है। इसे हिन्दू एवं बौद्ध पूर्ण हर्ष व उल्लास के साथ मनाते हैं। यह हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति श्रद्धा व समर्पण का पर्व है। यह पर्व गुरु के नमन एवं सम्मान का पर्व है। मान्यता है कि इस दिन गुरु का पूजन करने से गुरु की दीक्षा का पूरा फल उनके शिष्यों को मिलता है।
गुरु का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। ‘गु’ का अर्थ होता है अंधकार (अज्ञान) एवं ‘रु’ का अर्थ होता है प्रकाश (ज्ञान)। गुरु हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं। भावी जीवन का निर्माण गुरू द्वारा ही होता है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुओं का सम्मान किया जाता है। इस अवसर पर आश्रमों में पूजा-पाठ का विशेष आयोजन किया जाता है। इस पर्व पर विभिन्न क्षेत्रों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विभूतियों को सम्मानित किया जाता है। सम्मानित लोगों में साहित्य, संगीत, नाट्य विद्या, चित्रकला आदि क्षेत्रों के लोग शामिल होते हैं। कई जगह कथा, कीर्तन एवं भंडारा का आयोजन किया जाता है। इस दिन गुरु के नाम पर दान-पुण्य करने का भी प्राविधान है।
20 Comments
muskaan
ReplyDeletehe essay is very nice and it helped me very much. Very inspirational essay
It's very nice and this speech is I am giving in my school it's very nice and it's gave me inspiration and very nice
Deletevery gud comp.
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ReplyDeletenice essay got a great lesson from it
ReplyDeleteआपने अच्छा लिखा है.
ReplyDeleteगुरु अपने शिष्य को ज्ञान देता है. एक मनुष्य को गुरु से नैतिक मूल्यों का सार मिलता है.
अपने गुरु का आशीर्वाद हमेशा साथ होना चाहिए.
Nice essay
ReplyDeleteNice
DeleteGreat! Very inspirational essay
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteBest
ReplyDeleteVery nice speech thankyou this speech help me a lot
ReplyDeleteSuperbly written
ReplyDeleteNice essay on gurupurnima
ReplyDeleteVery nice description
ReplyDeleteNice essay on guru purnima
ReplyDeleteNice essay
ReplyDeleteNice comment
ReplyDeleteThis essay is very must but important,i will be coppy notbook
ReplyDeleteVery nice this easy is mmerable for 🙋
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