Short Essay on 'R. Venkatraman' in Hindi | 'R. Venkatraman' par Nibandh (240 Words)

आर. वेंकटरमन

'आर. वेंकटरमन' का पूरा नाम 'रामस्वामी वेंकटरमण' था। उनका जन्म 4 दिसंबर, 1910 में तमिलनाडु में तंजौर के निकट पट्टुकोट्टय में हुआ था।

आर. वेंकटरमन की अधिकतर शिक्षा-दीक्षा चेन्नई में ही संपन्न हुई। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और मद्रास के ही लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 1935 में मद्रास उच्च न्यायालय से वकालत शुरू की और सन 1951 में अपनी योग्यता के बल पर उच्चतम न्यायालय में वकालत करना आरंभ कर दिया।

आर. वेंकटरमन एक व्यावहारिक व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। कानून की पढ़ाई समाप्त करने के तुरंत बाद ही वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए। वह अपने कार्य और उत्तरदायित्वों के प्रति बेहद संजीदा रहा करते थे। वे 1952 से 1957 तक देश की पहली संसद के भी सदस्य रहे। 1980 में लोकसभा का सदस्य चुने जाने के बाद उन्हें इन्दिरा गांधी सरकार में वित्त मंत्रालय का भार सौंपा गया और कुछ समय बाद उनको रक्षा मंत्री बना दिया गया। वे अगस्त 1984 में देश के उपराष्ट्रपति बने। 25 जुलाई, 1987 को रामस्वामी वेंकटरमण देश के आठवें राष्ट्रपति बने।

27 जनवरी, 2009 को एक लंबी बीमारी के पश्चात 98 वर्ष की आयु में आर. वेंकटरमन का निधन हो गया। वे एक कुशल और परिपक्व राजनेता ही नहीं, एक बेहद सुलझे हुए और अच्छे इंसान भी थे। उनका राजनीतिक कद बहुत ऊंचा था। विभिन्न सर्वोच्च पदों पर रहते हुए लंबे समय तक देश की सेवा के लिए उनको सदैव याद किया जायेगा। 

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