'मोहम्मद हिदायतुल्लाह' का जन्म 17 दिसंबर 1905 में हुआ था। उनका जन्म एक उच्चवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता खान बहादुर हाफिज मोहम्मद विलायतुल्लाह एक उर्दू कवि थे। उनके दादा मुंशी कुदरतुल्लाह वाराणसी में एक वकील थे।
मोहम्मद हिदायतुल्लाह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रायपुर के एक सरकारी स्कूल से पूरी की। उन्होंने नागपुर में मॉरिस कॉलेज में प्रवेश लिया। उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में ट्रिनिटी कॉलेज में प्रवेश लिया। उन्हें एलएल० डी० और डी०लिट० की उपाधि से सम्मानित किया गया।
स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, हिदायतुल्लाह भारत लौट आए और नागपुर में उच्च मध्य प्रांत की कोर्ट में वकील के रूप में पंजीकरण कराया। उन्हें नागपुर उच्च न्यायलय में सरकारी वकील नियुक्त किया गया। वह मध्य प्रांत और बरार (अब मध्य प्रदेश) के एडवोकेट जनरल बने।
मोहम्मद हिदायतुल्लाह 25 फ़रवरी 1968 से 16 दिसंबर 1970 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे। उन्होंने कुछ समय के लिए देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया। सेवानिवृत्ति के बाद वह भारत के उप-राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किये गए थे। वह भारत के छठे उपराष्ट्रपति थे।
18 सितंबर 1992 को मोहम्मद हिदायतुल्लाह का निधन हो गया। उन्हें एक प्रख्यात विधिवेत्ता, विद्वान, शिक्षाविद्, लेखक और भाषाविद् के रूप में माना जाता है। अपने समय में वह भारत के उच्चतम न्यायालय के सबसे कम उम्र के न्यायाधीश थे। वह भारत के पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश भी थे। जस्टिस हिदायतुल्लाह एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत के राष्ट्रपति, भारत के उपराष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश सभी तीन शीर्ष पदों को धारण किया।
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