Short Essay on 'Horse' in Hindi | 'Ghoda' par Nibandh (200 Words)


घोड़ा

'घोड़ा' एक पालतू पशु है जो प्राचीन समय से मनुष्य की किसी न किसी रूप में सेवा करता आया है। यह Equidae कुटुंब का सदस्य है। इस कुटुंब में घोड़े के साथ-साथ गधा, जेबरा, टटटू एवं खच्चर भी आते हैं।

घोड़े को लगभग 5000 वर्ष पहले मनुष्य ने पहली बार पालना शुरू किया था। अंग्रेजी में नर घोड़े को ‘Stallion’ और मादा घोड़ी को ‘Mare’ कहते हैं। इसी प्रकार युवा घोड़े को अंग्रेजी में ‘Colt’ और युवा घोड़ी को ‘Filly’ कहते हैं।


घोड़े पूरी दुनिया में पाए जाते हैं। ये कई रंग और नस्ल के होते हैं। यह एक शक्तिशाली जानवर है जो बिना रुके कई घंटो तक दौड़ सकता है। यह सिर्फ नाक से सांस लेते हैं, मुंह से सांस नहीं लेते।

घोड़ा एक शाकाहारी पशु है। यह घास, भूसा एवं अनाज खाता है। इसे चना बहुत पसंद है जो इसकी ताकत का प्रमुख स्त्रोत है। यह मैदानों में हरी घास चरता है और अपने मालिक के द्वारा दिया गया खाना खाता है।

घोड़ा बोझा ढोने, सवारी करने और गाड़ी खींचने के काम में आता है। प्राचीन समय में घोड़े ही मनुष्य के आवागमन का साधन हुआ करते थे। पुराने समय में घोड़ा लड़ाई के काम में भी आता था। कुछ देशों में घोड़ों से खेत जोतने का काम भी लिया जाता है।


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