Short Essay on 'Ram Navami' in Hindi | 'Ram Navami' par Nibandh (295 Words)

राम नवमी

'राम नवमी' हिन्दुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है। यह एक धार्मिक और पारम्परिक त्यौहार है, जो हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा पूरे उत्साह के साथ प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी (9वें दिन) को मनाया जाता है।

राम नवमी का त्यौहार हिन्दू धर्म के लोगों के लिए महान महत्त्व का त्यौहार है। यह त्यौहार, भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में सम्पूर्ण भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि असुरों के राजा रावण का संहार करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेता युग में राम के रूप में विष्णु का सातवां अवतार लिया था।

राम नवमी के दिन जगह-जगह घरों और मंदिरों में श्री राम की पूजा-अर्चना की जाती है और झांकियां सजाई जाती हैं। हजारों श्रद्धालुओं के द्वारा अयोध्या (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी (बिहार), रामेश्वरम (तमिलनाडु), भद्राचलम (आंध्रप्रदेश) आदि स्थलों पर राम नवमी के भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है।

कुछ स्थानों (जैसे- अयोध्या, वाराणसी आदि) पर, भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की रथ यात्रा अर्थात् जुलूस (शोभा यात्रा) को हजारों श्रद्धालुओं के द्वारा पवित्र नदी गंगा या सरयू में पवित्र डुबकी लेने के बाद निकाला जाता है।

भारत के दक्षिणी क्षेत्र में रहने वाले हिन्दू धर्म के लोग आमतौर पर इस उत्सव को कल्याणोत्सवम अर्थात् भगवान राम की शादी के समारोह के रुप में मनाते हैं। वे इसे, राम नवमी के दिन, अपने घरों में हिन्दू देवी-देवताओं राम-और सीता की मूर्तियों के साथ मनाते हैं।

राम नवमी के त्यौहार की रथ यात्रा का पारम्परिक और भव्य जुलूस शान्तपूर्ण राम राज्य को प्रदर्शित करने का सबसे अच्छा तरीका है, जिसमें लोग भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियों को अच्छे ढंग से सजाते हैं और फिर गलियों में शोभायात्रा निकालते हैं।


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