'World Sparrow Day: 20 March' in Hindi | 'विश्व गौरैया दिवस' पर निबंध (235 Words)


विश्व गौरैया दिवस

'विश्व गौरैया दिवस' प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है। गौरैया की लुप्त होती प्रजाति को बचाने के लिए एवं इस हेतु लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत वर्ष 2010 में हुई तथा 20 मार्च 2010 को प्रथम बार विश्व गौरैया दिवस सम्पूर्ण विश्व में मनाया गया।

गौरैया आकार में एक छोटा किन्तु आकर्षक पक्षी है। यह पक्षी भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में पाया जाता है। गौरैया बहुत ही फुर्तीला पक्षी होता है। इसकी कई प्रजातियां पाई जाती हैं। गौरैया एक सर्वाहारी पक्षी है। यह बीज, अनाज, फल और कीड़े आदि सब कुछ खाता है। गौरैया सामान्यतया घर की छतों, इमारतों, पुलों और पेड़ के खोखले में अपने घोसले का निर्माण करती है।


गौरैया को सभी तरह का जलवायु पसंद है। इसका जीवनकाल 4 से 7 वर्ष का होता है। ये पक्षी आमतौर पर लगभग 24 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से उड़ते हैं। बहुत ही दुःख की बात है कि पर्यावरण प्रदूषण एवं अन्य कारणों से गौरैया की प्रजाति नष्ट हो रही है। धीरे-धीरे इस सुन्दर पक्षी की प्रजाति लुप्त होने लगी है।

विश्व गौरैया दिवस मनाने का उद्देश्य गौरैया के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना तथा इसको संरक्षण प्रदान करना है। इस दिन गौरैया के समर्थक और तमाम स्वयंसेवी संस्थाएं स्कूल, कॉलेज और घर-घर जाकर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गौरैया के अस्तित्व और महत्त्व का चित्रण करते हैं।  

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