Short Essay on 'Lizard' in Hindi | 'Chhipkali' par Nibandh (200 Words)

 
 छिपकली

'छिपकली', रैपटाइल परिवार का सबसे बड़ा प्रजाति समूह है। छिपकली के आलावा रैपटाइल परिवार में सांप, घड़ियाल, मगरमच्छ, मेढक, और कछुआ जैसी अन्य प्रजातियाँ भी शामिल हैं। छिपकली अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर संसार के हर कोने में पाई जाती है।

छिपकली का शरीर छोटे-छोटे शल्कों से ढँका होता है, जो सिर-गर्दन, धड़ और पूँछ चार भागों में बँटा होता है। छिपकली के धड़ में चार पैर होते हैं, जिनमें नखयुक्त अंगुलियाँ पाई जाती हैं। छिपकली की नाक उसकी जीभ में ही होती है और इसी कारण वो किसी चीज़ को सूंघने के लिए अपनी जीभ बाहर निकालती है।

छिपकली समय-समय पर अपनी त्वचा उतारती रहती है। कुछ छिपकलियाँ मूड के अनुसार अपनी त्वचा का रंग बदलती रहती हैं। छिपकली की पूंछ कई बार उसकी सुरक्षा करती है और जब भी कोई दुश्मन छिपकली को उसकी पूंछ से पकड़ता है तो छिपकली अपनी पूंछ का वह हिस्सा अपने शरीर से अलग कर देती है।

दुनिया में छिपकली की कुछ प्रजातियां तो ऐसी हैं जो बिलकुल सांप की तरह दिखती हैं। इनके सिर पर कान के छेद और ऑंखें होती हैं जिनसे इन्हें पहचाना जा सकता है। कोमोडो ड्रागन प्रजाति की छिपकली दुनिया की सबसे बड़ी और खतरनाक छिपकली है। 


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